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जनवरी, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बाइक टेक्सी रैपिड़ो ओला उबेर | Bike Texi Rapido Ola Uber

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आज के इस भागदौड़ भरी लाइफ में जिंदगी जैसे रुकने का नाम नहीं ले रहा है| हर जगह हमें पहुंचने का जल्दी रहता है |कोशिश रहती है, जल्दी पहुंच जाएं और बिना ट्रैफिक में फंसे पहुंच जाए हम अपनी गाड़ियों को लेकर निकलते हैं| और ट्रैफिक सिग्नल में फंस जाता है, या ट्राफिक के कारण अपनी जगह पहुंचने में हम लेट हो जाते हैं| जैसे-जैसे पेट्रोल का दाम बढ़ रहा है, वैसे-वैसे ऑटो का किराया भी बढ़ रहा है| सैलरी बढ़ने का नाम नहीं ले रहा है, सैलरी बढ़ जाए 1000 साल में 1500 इससे कुछ होता जाता तो है| नहीं पर हमें एक जगह से दूसरी जगह जाने की आवश्यकता जरूर पड़ती है, हमें कहीं भी जाने के लिए अपनी बाइक यह कार लेकर हम चल पड़ते हैं| और हमारा खर्च और बढ़ने लगता है, ऐसे में अगर हम अपनी कार या बाइक ना लेकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें तो क्या इस में दिक्कत होता है, कुछ दिक्कत नहीं है| ऐसे ही सर्विस है भारत में अभी रैपीडो बाइक टैक्सी ओला बाइक और उबर बाइक भारत में भी यह 100 शहरों में चल रहा है |  बाइक टैक्सी एक ऐसी सर्विस है, जिससे हम यूज़ करके बहुत जल्दी अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं|और इसका किराया भी हमें कम देना पड

किसान रैली, गणतंत्र दिवस, हिंसा, Kisan rally, Independence Day, hinsa

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 आज किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली 26 जनवरी 2021 को यह रैली निकाली गई | जहां भारत एक कोर अपना गणतंत्र दिवस मना रहा था| वही किसान अपने हक की लड़ाई के लिए रैली निकाल रही थी|किसानों के नेता ने कहा था, कि यह रैली एकदम शांतिपूर्ण रहेगी, कहीं कोई हिंसा नहीं होगी किसान केवल आंदोलन में आएंगे शांतिपूर्ण तरीके से और किसी का कोई उग्र प्रदर्शन नहीं होगा| किसानों ने यह भी कहा था कि ट्रैक्टरों में ट्रॉली नहीं होगी और ना ही किसी तरह का कोई अशांति फैलने दिया जाएगा| किसानों के अस्वस्थ करने के बाद ही पुलिस ने उनको रैली करने दिया| मगर इस अवसर पर किसान खरे नहीं उतरे जैसे ही तीन लाख से ज्यादा ट्रैक्टर आने लगे वैसे वैसे प्रदर्शन उग्र होने लगी ट्रैक्टरों की कतार इतनी लंबी थी, कि वह 1 किलोमीटर से 50 किलोमीटर तक दिखाई दे रही थी| लगातार किसान बढ़ने के लिए उग्र थे, धीरे-धीरे आगे बढ़ती जा रही थी, और आगे बढ़ते बढ़ते उग्र होती चली गई किसानों ने अपना उग्र रूप दिखा दिया|धीरे-धीरे वो आगे बढ़ते गए उनके रास्ते में जो भी आया उससे वह सभी कुछ हटाते चले गए|दिल्ली में लाल किले में कब्जे की कोशिश की गई दिल्ली में कई जगह तो ब

Whatsapp viwad me q, whatsapp ka kiya hoga | व्हाट्सएप्प विवाद मे क्यू, व्हट्सएप्प का किया होगा

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व्हाट्सएप अब हमारे जीवन का एक हिसा बन गया है, किसी को मैसेज भेजना हो या वीडियो भेजना हो या किसी तरह का फाइल भेजना हो या वीडियो कॉल करना हो चुटकी बजाते ही सब हो जाता है| व्हाट्सएप यूज करने के फायदे बहुत है मगर अब कुछ थोड़ा सा डर बना हुआ है| अब जो बातें सामने आ रही है इसे देखते हुए लगता है कि व्हाट्सएप का यूज करना अब गलत है| क्योंकि यह हमारे सिक्योरिटी के साथ खिलवाड़ कर रहा है| व्हाट्सएप पर यह विवाद यह केवल अभी का नहीं है, इससे पहले भी इसी तरह का विवाद में रहा था व्हाट्सएप, 2019 में सामने आया था यह मामला व्हाट्सएप ग्रुप चैट इनवाइट गूगल सर्च रिजल्ट पर पाए गए थे| साइबर सिक्योरिटी रिसर्च ने इस मुद्दे को फेसबुक को बताया था, हालांकि मामला सुर्खियों में आने के बाद कंपनी ने इसे तुरंत ठीक भी कर दिया था|व्हाट्सएप प्राइवेसी से जुड़े एक नया मामला सामने आया है, रिपोर्ट के मुताबिक व्हाट्सएप ग्रुप के लिंक अब दोबारा गूगल सर्च रिजल्ट पर दिखाई दे रहे हैं|इसका मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ गूगल पर सर्च करके प्राइवेट व्हाट्सएप ग्रुप को ढूंढ सकता है| और इसमें शामिल हो सकता है, इससे पहले भी यह मामला साम

Raftar bharengi pariwahan sewaye | रफ्तार भरेंगी परिवहन सेवाए

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 कोरोना संक्रमण की महामारी के दौरान जब लॉकडाउन लागू हुआ और यातायात सेवाएं बेहद सीमित कर दी गई,जब लगा जैसे पूरा देश रुक गया हो| सड़के सूनी पड़ गई| रेल की पटरियों पर सिर्फ माल गाड़ियां दिखाई देने लगी| खचाखच भरे रहने वाले स्टेशन वीरान हो गए, हवाई अड्डों पर सन्नाटा पसर गया और आसमान का सीना चीरने वाले विमान हैंगर में समा गए | यह अभूतपूर्व था, लेकिन इसने हमें यातायात की जरूरत और महत्ता के बारे में गहराई से सोचने पर मजबूर भी कर दिया| हालांकि इस दौरान भी विकास पर पहिया नहीं रुका| रफ्तार भले ही कम हुई, लेकिन परियोजनाओं पर काम चलता रहा| नए साल में यातायात व परिवहन परियोजनाओं के विस्तार का मौका होगा और उम्मीद है कि अपना देश सभी चुनौतियों को मात देते हुए विकास की नई गाथा लिखेगा | विश्व स्तरीय होगी देश की धड़कन,  सुगम होगी देश की राह, हवाई मार्ग से जुड़ेंगे दुर्गम इलाके| चार रेलवे स्टेशनों का सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए किया जाएगा पुनर्विकास| 27000 किलोमीटर ट्रक का किया जाएगा विद्युतीकरण| 150 से अधिक नई यात्री ट्रेनों का पीपीपी मॉडल पर होगा संचालन| 40 परसेंट से ज्यादा यातायात राष्ट्रीय राजमार्ग

Bard Flu Ne Dastak Di Ek Aur Khatra Corona Me Ek Aur Vairas

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                      बार्ड फ्लू ने दी दस्तक  कोरोना महामारी के बीच में बर्ड फ्लू ने दी दस्तक दहशत और फैलता जा रहा है | 2020 में कोरोनावायरस ने जहां पूरे विश्व को झकझोर के रख दिया तोड़ के रख दिया वहीं अब खबर आ रही है कि बर्ड फ्लू ने भी दस्तक दे दी है | एक ओर जहां इंसान कोरोनावायरस से लड़ रहा था वहीं अब बर्ड फ्लू से भी लड़ेगा खुद को सुरक्षित करने के लिए हर वो उपाय करेगा जिससे कि वह इस वाइरस से बच के रहें| बर्ड फ्लू वैसे पक्षियों में होता है और यह पक्षियों से इंसानों में फैलता है|पक्षियों में यह बहुत तेजी से फैलता है बर्ड फ्लू खासकर गांवों में यह बहुत तेजी से फैलता है और यह एक पंछी से दूसरे पंछी में बहुत तेजी से फैलता है इसी तरह कई राज्यों में फैल जाता है| बर्ड फ्लू के लक्षण भी कुछ कोरोनावायरस की तरह ही है बर्ड फ्लू होने पर कफ, डायरिया, बुखार, सांस से जुड़ी दिक्कतें सिर दर्द, पेशियों में दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकती है| ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जब  बर्ड फ्लू चल रहा होता है तो उस समय हमें नॉनवेज का ग्रहण नहीं करना चाहिए| अभी कुछ समय पह

चुनौती भरे समय का सामना | chunoti bhare samay ka samna

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  चुनौती भरे समय का सामना जब तक सकरात्मक सोच के साथ ब्यापक बदलाव की दिशा मे नहीं बढ़ेंगे, तब तक महामारी के चलते जो छति पहुंची, उसकी भरपाई मुश्किल है कोरोना वायरस से उपजी महामारी कोविड -19 ने वर्ष 2020 पर इतना व्यपाक असर डाला कि उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है चीन के वुहान शहर से निकले इस वाइरस ने समुचि मानवता को झकझोर कर रख दीया | इस महामारी के दुपरिणाम पुरे विश्वा को भोगना पड़े है | महाशक्ति अमेरिका समेत कुछ विकसित देश इसलिए कही अधिक प्रभवित हुए, क्यू कि उन्होंने प्रारम्भ मे कोविड -19 को ले कर पर्याप्त गंभीर और सतर्कता नहीं दिखाई | भारत भी इस महामारी से अछूता नहीं रहा, लेकिन अगर आबादी के लिहाज से देखा जाए तो वाह उसके असर से एक हद तक बच रहा इसका श्रेय केंद्र और राज्य सरकारों को तो जाती ही है लेकिन सबसे अधिक प्रशंसा करनी होगी डॉक्टरों और अन्य स्वस्थ कर्मियों की, जिन्होंने सिमित संसाधनों के बावजूद इस महामारी के प्रकोप को बढ़ने नहीं दीया | विश्व के कई देशों मे कोविड -19 से लड़ने वाली वैक्सीन लगना शुरू हो गई है उम्मीद है अगले कुछ दिनों मे भारत मे भी इसकी शुरुआत हो जाएगी | इसके बाद भी हाल - फिलहाल