किसान रैली, गणतंत्र दिवस, हिंसा, Kisan rally, Independence Day, hinsa

 आज किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली 26 जनवरी 2021 को यह रैली निकाली गई | जहां भारत एक कोर अपना गणतंत्र दिवस मना रहा था| वही किसान अपने हक की लड़ाई के लिए रैली निकाल रही थी|किसानों के नेता ने कहा था, कि यह रैली एकदम शांतिपूर्ण रहेगी, कहीं कोई हिंसा नहीं होगी किसान केवल आंदोलन में आएंगे शांतिपूर्ण तरीके से और किसी का कोई उग्र प्रदर्शन नहीं होगा| किसानों ने यह भी कहा था कि ट्रैक्टरों में ट्रॉली नहीं होगी और ना ही किसी तरह का कोई अशांति फैलने दिया जाएगा| किसानों के अस्वस्थ करने के बाद ही पुलिस ने उनको रैली करने दिया| मगर इस अवसर पर किसान खरे नहीं उतरे जैसे ही तीन लाख से ज्यादा ट्रैक्टर आने लगे वैसे वैसे प्रदर्शन उग्र होने लगी ट्रैक्टरों की कतार इतनी लंबी थी, कि वह 1 किलोमीटर से 50 किलोमीटर तक दिखाई दे रही थी| लगातार किसान बढ़ने के लिए उग्र थे, धीरे-धीरे आगे बढ़ती जा रही थी, और आगे बढ़ते बढ़ते उग्र होती चली गई किसानों ने अपना उग्र रूप दिखा दिया|धीरे-धीरे वो आगे बढ़ते गए उनके रास्ते में जो भी आया उससे वह सभी कुछ हटाते चले गए|दिल्ली में लाल किले में कब्जे की कोशिश की गई दिल्ली में कई जगह तो बसे तोड़ दी गई है| पुलिस ने इन पर आंसू गोले छोड़े तो इन्होंने भी पुलिस पर लाठियां भांजी| एक किसान पुलिस पे ट्रैक्टर स्पीड में दौड़ा रहा था तब इसकी ट्रैक्टर पलट गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई|राजपथ पर 72 वा गणतंत्र दिवस का परेड में राफेल ने पहली बार उड़ान भरी, बांग्लादेश के सैन्य टुकड़िया भी पहली बार शामिल हुई यह देख अच्छा लग ही रहा था कितना सुंदर लग रहा था| 72 वें गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए, तो इस बार खास रहे पहली बांग्लादेश की टुकड़ी ने पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लिया दूसरी भारतीय वायुसेना का राफेल फाइटर जेट भी पहली बार इस पर रेट का हिसाब बना, हालांकि कोरोना के चलते इस बार परेड की सूरत बदली बदली नजर आई 55 साल में पहली बार हुआ जब रिपब्लिक डे परेड में कोई चीन गेट शामिल नहीं हुआ| इससे पहले भारत में 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड में कोई चीन गेस्ट शामिल नहीं हुआ था| भारतीय वायु सेना ने दिखाया दम इस परेड में केंद्र शासित प्रदेश यूपी का दर्जा प्राप्त होने के बाद लद्दाख की पहली झांकी रिपब्लिक डे परेड में शामिल हुई इसमें राज्य की संस्कृति और विरासत को दिखाया गया था| वही ट्रैक्टर परेड में बवाल शुरू हो गया था| बैरिकेड तोड़ लाल किले तक पहुंचे किसान एक जत्था इंडिया गेट की तरफ बढ़ रहा था| पुलिस से झड़प हुई| आगे और कई हिंसक घटनाओं का होने का आशंका लगाया जा रहा है और यह घटना लगातार बढ़ रहा है किसान अगर कुछ नया रास्ता नहीं सोचते हैं तो यह घटना और भी बढ़ते जाएगा और उग्र प्रदर्शन हो गए जिसे केवल नुकसान होगा केवल नुकसान इसे सभी को नुकसान होगा कोई एक किसान को नहीं होगा इसका फायदा केवल किसान के नेताओं को हो रहा है|जिससे किसी का कोई मतलब नहीं बनता है वह नहीं चाहते हैं कि किसान यह प्रदर्शन को रोकने क्योंकि विदेशी फंडिंग का भी मामला इसमें शामिल है और यह फंडिंग लगातार हो रही है|जो कि किसानों को पता नहीं है किसानों को बताया जा रहा है|कि उनका जमीन लूट जाएगी पर बिल को वह लोग पढ़े बिना ही ऐसा कह रहे हैं

 ट्रैक्टर परेड में बवाल

 बैरिकेड तोड़ लाल किले पहुंचे किसान एक जत्था इंडिया गेट की तरफ बढ़ गया किसानों ने पुलिस का दिया हुआ रूट तोड़ा किसानों ने एक लाख ट्रैक्टर जुटने का दावा किया|किसान आंदोलन पर आर पार किसानों पर लोगों ने बरसाए फूल ट्रैक्टर परेड में पुलिस की शर्तें कुछ थी| पर परेड में कुछ और हुआ जो जो रूट तय हो उसी पर प्रदर्शन करें| पर किसान रूट पर प्रदर्शन नहीं की उन्होंने कुछ और रास्ता अपनाया | प्रदर्शन तय रूट पर ही हो भड़काऊ भाषण और हथियार रखने की मना ही थी| 5,000 ट्रैक्टर के साथ 5000 लोगों की मंजूरी परेड सुबह 12:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक था रूट पर धरना प्रदर्शन नहीं होगा परेड में ट्रैक्टर और दूसरी गाड़ियां चलेंगी ट्रॉली नहीं जाएंगे जिन ट्रॉलीव में विशेष झांकी बनी है|उन्हें छूट रहेगी अपने साथ 24 घंटे का राशन पानी पैक करके आएंगे|किसान संगठन के झंडे के साथ राष्ट्रीय झंडा भी लगाएंगे|

 7 राज्यों से किसानों की रैली

अमृतसर में ट्रैक्टर रैली के दौरान हादसा दो महिलाओं की मौत हरियाणा के बाद फरीदाबाद में धारा 144 लागू| दिल्ली की तीन बॉर्डर पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के लिए पंजाब हरियाणा और राजस्थान के किसान पहुंचे थे| इन तीन बॉर्डर के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान रैली निकाल रहे हैं| इस दौरान पंजाब के अमृतसर में एक हादसा हुआ है| इसमें 2 महिलाओं और 5 पुरुष घायल हो गए|मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पानीपत के तय कार्यक्रम को छोड़कर पंचकूला में ध्वजारोहण किया|यहां के फरीदाबाद में किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसके बाद यहां धारा 144 लागू कर दी गई| किसान आंदोलन को देखते हुए लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे बंद किया गया दिल्ली एनसीआर गाजियाबाद की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई| 

 राजस्थान किसानों का दिल्ली कूच

 अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर से किसानों का दिल्ली कुछ सुबह 11:00 बजे शुरू हुआ पहला ट्रैक्टर इस आंदोलन के दौरान जान का गांव आने वाले किसान के नाम का निकला इसके बाद उर सेल ट्रैक्टर बॉर्डर से गुजरे हरियाणा पुलिस जयपुर दिल्ली हाईवे से 11 ट्रैक्टर को आगे जाने दे रही है परेड में ट्रैक्टर से ज्यादा जी प्रकार हैं जयपुर दिल्ली हाईवे पर तकरीबन 30 किलोमीटर तक वाहन है किसानों के समर्थन में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल भी जयपुर से दिल्ली पहुंचा है परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास खुद ट्रैक्टर चलाकर निकले यहां से तकरीबन 30 ट्रैक्टर रवाना हुए थे

 झारखंड रांची में ट्रैक्टर रैली और मोटरसाइकिल पर जुलूस

 किसानों के समर्थन में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जुलूस निकाला गया| दोपहर 2:00 बजे से वाममोर्चा ने राजेंद्र चौक से मोराबादी तक लगभग 4 किलोमीटर तक रैली निकाली| वहीं राजद ने बिरसा चौक से मोराबादी तक 6 किलोमीटर तक बाइक रिवर्स निकाला| 

 फरीदाबाद में पुलिस की लाठीचार्ज के बाद तनाव

 किसान आंदोलन फरीदाबाद में उग्र हो गया दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने सीकरी में बैरिकेडिंग लगाकर रोकने की कोशिश की|लेकिन वो ट्रैक्टर लेकर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे| इस दौरान पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दी घटना में कई किसान घायल हुए 12 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया|

 महाराष्ट्र आजाद मैदान में किसानों का ध्वजारोहण

 नासिक से 180 किलोमीटर दूर का सफर तय कर मुंबई पहुंचे| किसान पूरी रात आजाद मैदान में काटने के बाद अब लौटने लगे हैं| हालांकि मंगलवार को नासिक के लिए निकलने से पहले करीब 10,000 से ज्यादा किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर आजाद मैदान में ध्वजारोहण किया ध्वजारोहण के मौके पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले भी किसानों के साथ मौजूद थे| ध्वजारोहण के बाद किसान बस ट्रेन और जीप के जरिए अपने अपने गांव की तरफ रवाना हो रहे हैं|

 लाल किले से किसानों को बाहर निकालने के लिए पुलिस का लाठीचार्ज इलाके में इंटरनेट बंद किया गया

 किसानों का ट्रैक्टर मार्च में बवाल जारी है|लाल किले के आसपास जमा हुए किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया|वहां से किसानों को निकालने की कोशिश की जा रही थी|तभी उन्होंने उपद्रव और तोड़फोड़ शुरू कर दी पुलिस को उन्हें हटाने के लिए सख्ती बरतनी पड़ी यहां से कुछ किसान तो बाहर निकल गए लेकिन कुछ का ट्रैक्टरों से आना जारी है|तनाव बढ़ता देख इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है| ताकि अफवाह नहीं फैले| किसान आंदोलन वाले पॉइंट पर भी इंटरनेट बंद हंगामा को देखते हुए सिंधु, टिकरी, गाजीपुर बॉर्डर के साथ ही मुकरबा चौक और नंगा लोई इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया| लाल किले पर पहुंचकर खालसा पंथ के झंडे पर आदि गए किसानों का एक जत्था इंडिया गेट की तरफ बढ़ने लगे उधर आईटीओ के पास ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत हो गई|

 संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा हमारी तमाम कोशिशों के बावजूद कुछ संगठनों और लोगों ने तय रूट तोड़ और गलत कामों में शामिल हो गए| प्रदर्शन में असामाजिक तत्व घुस आए नहीं तो किसान आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा था| हमने हमेशा शांति बनाए रखी जो हमें हमारी सबसे बड़ी ताकत दी थी| और इसके उल्लंघन से आंदोलन कमजोर हो गया |प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर पहुंचकर खालसा पद और किसान संगठनों के झंडे फेरा दिए जहां स्थाई रूप से तिरंगा लगा रहता है| वहां भी प्रदर्शनकारियों ने अपने झंडे लहराए हालांकि तिरंगे को नहीं हटाया|

 पुलिस का दावा निहागों ने तलवार से हमले की कोशिश की

इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों को पुलिस ने नोएडा मोड़ पर रोक दिया, और आंसू गैस के गोले छोड़े किसानों ने भी पुलिस पर पथराव कर दिए,और गाड़ियां में तोड़फोड़ की पुलिस का दावा है| कि किसानों ने पांडव नगर पुलिस पिकेट पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की पुलिस ने यह भी कहा कि नियमों ने तलवार से पुलिसकर्मियों पर हमला करने की कोशिश की नांगलोई में किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने सड़क पर बैठ गए| इसमें महिलाएं पुलिसकर्मी भी शामिल थी| किसान नहीं माने तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया| गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों ने भी कई जगह पथराव कर दिया मुबारक चौक के पास किसान जपते रूट से हटकर आईएसबीटी की तरफ बढ़ने लगे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर रोकने की कोशिश की लेकिन किसान बड़ी गेट तोड़ते हुए आगे बढ़ गए किसानों ने पुलिस की गाड़ियां और डीटीएस की बसों के शीशे तोड़ दिए|

 किसानों ने तय समय से पहले मार्च शुरू किया

 पुलिस ने किसानों से कहा था कि गणतंत्र दिवस की परेड खत्म होने के बाद 12:00 बजे से ट्रैक्टर मर्ज निकाले| लेकिन किसानों ने रिपब्लिक डे की परेड शुरू होने से पहले ही ट्रैक्टर मार शुरू कर दिया, किसान बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ते गया पुलिस ने जो रूठ दिया अब उन्हें फॉलो भी नहीं किया|

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