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2023 में बचत बहोत जरुरी है आज से ही सुरु करें बचत

2023 में बचत बहोत जरुरी है आज से ही सुरु करें बचत इस साल में किया होगा किया नहींये पता नहीं पर............ कुछ बचत करना बहोत जरूरी है खेर................. नया साल 2023 आ गया है|इस किया होगा किया नहीं ये पता नहीं है | कुछ भविष्यवाणी बहोत डरावनी है | 2020 से अभी तक यही लगता है, इस साल अच्छा होगा | हर साल ऐसी इंतजार में काट रहा है | साल बीत गए पर अच्छा नहीं हो सका | जो भी आदमियों के पास बचत थी वो भी धीरे धीरे ख़त्म की ओर है | अच्छा कमाई हो नहीं पाया है | किसी भी आदमी का जो कमाया वो खर्च होते चला गया | बचत का मौका ही नहीं मिला, ऊपर से मंगाई ने कमर तोड़ रखा है | भारत में फिलहाल हालत थोड़े ठीक भी है | बाकि देशो में भारत से जायदा महंगाई है, पर हमें उस से किया है | हम भारत में रहते है तो यहाँ की सोचेंगे ना बाहर का नहीं | 2022 में बहोत सारी चीजे जो रोजमर्रा की ज़िन्दगी में इस्तेमाल होता है | वो सब मानहागी हो गई है | खास कर घर के सामान | कुछ लोगो को महाँगई से कोई फर्क नहीं पड़ता है | उनके पास धन बहोत है चीजों का कोई भी भाव हो वो इन्हे फर्क नहीं पड़ता है | जो बहोत गरीब है उन्हें भारत

S C ने 4.1 के बहुमत से नोटबंदी को सही ठाहराया

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S C ने 4.1 के बहुमत से नोटबंदी को सही ठाहरायाए : एक जज बोली - ये ताकत का इस्तेमाल ; जिस तरह इसे लागु किया, वो कानून सही नहीं     सभी 58 याचिकाएं खरीज केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सही ठाहरायाहै|पांच जाजो की संविधान पीठ ने सोमवार को यह फैसला सुनाया | बेंच ने कहा कि 500 और हज़ार के नोट बंद करने कि प्रक्रिया मे कोई गड़बड़ी नहीं हुईं है |बेंच ने यह भी कहा आर्थिक फैसले को पलटा नहीं जा सकता | संविधान पीठ ने यह फैसला चार एक के बहुमत से सुनाया पांच जाजो की संविधान पीठ मे जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर, बीअर गवाई, एस बोपन्न, वी रामसुब्रमण्यम और जस्टिस बीवी नगरत्ना शामिल थे | इनमें से बीवी नगरत्ना ने बाकी के 4 जजों की राय से अलग फैसला लिखा | उन्होंने कहा नोटबंदी का फैसला गैरकानूनी था | इससे गजट नोटिफिकेशन के जरिए लाना जाना था | हालांकि उन्होंने कहा की इसका सरकार के पुराने फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा |   जस्टिस नगरत्ना बोली - नोटबंदी संसद के जरिए लागू करनी थी सुप्रीमकोर्ट की संविधान पीठ ने कहा - नोटबंदी से पहले सरकार और आरबीआई के बीच में बात हुआ था | इससे यह माना जा सकता है नोटबंदी सर